
कई लोगों की यह शिकायत होती है कि वो घर पर तो नींबू का पेड़ तो लगा लेते हैं, लेकिन उनमें नींबू ठीक से नहीं आ पाते। चलिए आपको बताते हैं कि इस समस्या से बचने के लिए क्या करें?

नींबू का पौधा अगर आप भी घर पर उगा रही हैं, तो उसके लिए आपको मेंटेनेंस के कुछ हैक्स पता होने चाहिए। आपने देखा होगा कि कुछ जगहों पर नींबू का पौधा बहुत फल देता है, लेकिन कुछ जगहों पर यह बिल्कुल सूख जाता है। किसी भी फल वाले पौधे को हमेशा ज्यादा पोषण की जरूरत होगी। मिट्टी में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम भरपूर मात्रा में चाहिए होगा। पर इनकी बहुतायत भी पौधे को खराब कर देगी।
आपको नींबू के पौधे की देखभाल कैसे करनी है और किन फर्टिलाइजर्स के जरिए उसमें ढेरों फल मिलेंगे इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
हमने नोएडा सेक्टर 27 स्थित नर्सरी के माली कमलेश कुशवाहा से बात की। उन्होंने हमें नर्सरी वालों के कुछ सीक्रेट्स बताए जो अधिकतर लोग नहीं जानते।
नींबू के पौधे को होती है धूप की जरूरत
आपको सबसे पहले यह ध्यान देना होगा कि नींबू का पौधा किसी ऐसी जगह पर ना रखा हो जहां धूप बिल्कुल नहीं आती। जब इस पौधे की टहनियां धूप में पकती हैं तभी इसके फले बड़े और रसीले होते हैं। अगर छांव में रखा है, तो फल एक-दो से ज्यादा नहीं आएंगे। छांव में पौधा रखने की वजह से नींबू के फूल भी गिर जाते हैं जिससे फलों की पैदावार बहुत कम हो जाती है।

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गमले में नींबू के फूल ना गिरें इसके लिए करें यह काम
गमले में अगर नींबू का पौधा लगा है, तो एक समस्या होती है कि फूल तो आते हैं, लेकिन वो झड़ने लग जाते हैं। ऐसे में गलती धूप के साथ-साथ पानी की भी होती है। जब भी किसी फल वाले पौधे में फूल आते हैं तब वो फूल फलों में कन्वर्ट हों इसके लिए हमें पानी की मात्रा सीमित करनी चाहिए। ज्यादा पानी डालने के कारण पत्तियों की तादाद बढ़ जाती है और फूलों को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता है। ऐसे समय में आपको सिर्फ इतना ही पानी डालना चाहिए कि मिट्टी नम रहे जिससे फूल फलों में तब्दील हो पाएं।

नींबू के लिए बोरेक्स
असल में गार्डनिंग के लिए जो इस्तेमाल होता है उसे सुहागा कहते हैं। सुहागा बोरेक्स पाउडर जैसा पदार्थ होता है जो पौधों में बोरोन की कमी नहीं होने देता। सुहागा आपको ऑनलाइन भी मिल जाएगा और जनरल स्टोर या खाद और बीज भंडार में भी मिल जाएगा। आपको सुहागा सॉलिड फॉर्म में लेना है। इसके चार टुकड़े करके आप मिट्टी में गाड़ दें। ऐसे में जैसे-जैसे पानी गमले में जाएगा यह घुलेगा और धीरे-धीरे पौधे को पोषण देगा। अगर फूल आ रहे हैं, लेकिन फल नहीं आ पा रहे हैं, तो यह ट्रिक काफी अच्छी साबित हो सकती है।
नींबू के लिए देसी नुस्खा
आप कॉपर सल्फेट या नीला तूतिया 1 लीटर पानी में मिलाकर थोड़ा सा मठा (छाछ) मिलाएं। इस पानी को आप गमले में गुड़ाई के एक-दो दिन बाद डालें। मतलब इसकी मिट्टी और जड़ थोड़ी सी सूख जानी चाहिए। इसे बड़े पौधे में ही डालें। छोटे पौधे या फिर छोटे गमले में इस नुस्खे को ना ट्राई करें।

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गमले का ध्यान रखें
अगर आपने बहुत छोटे गमले में नींबू का पौधा लगाकर रखा है, तो आप इसे थोड़े बड़े गमले में कर लें। रीपॉट करते समय उसकी जड़ों की थोड़ी सी ट्रिमिंग कर दें और नए गमले में डालने से पहले आप मिट्टी में ऑर्गेनिक खाद डाल दें। इसके लिए आप ऑनलाइन मिलने वाली NPK (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम) खाद यूज कर सकते हैं। अगर आप इसे यूज नहीं करना चाहते हैं, तो आप वर्मी कम्पोस्ट या गोबर की खाद भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
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