
आनंद मोहन के रिहाई के बाद जैसे बिहार की राजनीति गरमा गई है ।सभी पार्टियों की निगाह आनंद मोहन आगे अपनी राजनीति पार्टी कैसे और किसके साथ जाते हैं ।बिहार की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी आनंद मोहन को अपने तरफ लेने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
जदयू के सारे कार्यकर्ता तैयार है क्या मनमोहन की रिहाई नीतीश कुमार ने अपने बलबूते पर करवाई। इस बाबत आनंद मोहन ने कोई भी बयान नहीं दिया है किसी को नहीं पता की राजनीति को आगे बढ़ाएंगे।
आनंद मोहन के रिहाई पर जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा आनंद मोहन की रिहाई पर भाजपा खुलकर विरोध करवा रहे थे बीजेपी को यह पता होना चाहिए कि नीतीश कुमार के सुशासन में आम व्यक्ति और खास व्यक्ति में कहीं भी कोई अंतर नहीं किया जाता ।आनंद मोहन ने अपनी पूरी सजा काट ली है और जो छूट किसी भी सजायाफ्ता कैदी को मिलती है उन्हीं प्रावधान के अंतर्गत आनंद मोहन की रिहाई हुई।
बीजेपी के नेता और बिहार सरकार के पूर्व कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा के आनंद मोहन के लिए बीजेपी का दरवाजा खुला हुआ ।आनंद मोहन पहले से भी बीजेपी में जुड़े हुए थे । आनंद मोहन बीजेपी से जोड़ते हैं तो उन्हें बहुत खुशी होगी आनंद मोहन सजा से ज्यादा समय तक जेल में रह चुके है।