
चंद्रशेखर आजाद भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक महान क्रांतिकारी थे। उनका जन्म 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश के भाबरा गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा काबरा और फिर काशी में प्राप्त की। उन्होंने 15 साल की उम्र में ही अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह कर दिया था। उन्होंने हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) और हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) जैसे क्रांतिकारी संगठनों में काम किया।
आजाद एक कुशल निशानेबाज और घुड़सवार थे। उन्होंने कई सशस्त्र डकैतियों और हमलों का नेतृत्व किया। वह 27 फरवरी 1931 को 24 साल की उम्र में इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में अंग्रेजों से मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए। आइए देखते है चंद्रशेखर आजाद के कुछ खास प्रेरणादायक उद्धरण…
1. भारत की फ़ज़ाओं को सदा याद रहूँगा। आज़ाद था आज़ाद हु आज़ाद रहूंगा।

2. यदि कोई युवा मातृभूमि की सेवा नहीं करता है, तो उसका जीवन व्यर्थ है।

3. जो दुश्मन हमारे धन सम्पदा और संस्कृति को लूट रहे हैं उन्हें लूटना और अपनी धन सम्पदा का रक करना कोई गुनाह नहीं है।

4. दुश्मन की गोलियों का, हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे।

5. दूसरों को खुद से आगे बढ़ते हुए मत देखो। प्रतिदिन अपने खुद के कीर्तिमान तोड़ो, क्योंकि सफलता आपकी अपने आप से एक लड़ाई है।

6. मैं एक ऐसे धर्म को मानता हुँ जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे सिखाता है।

7. मेरा यह छोटा सा संघर्ष ही कल के लिए महान बन जाएगा।

8. जीवित रहते मैं अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए निरंतर संघर्ष करता रहूंगा।

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9. आज़ाद की कलाई में हथकड़ी लगाना बिलकुल असंभव है. एक बार सरकार लगा चुकी, अब तो शरीर के टुकड़े टुकड़े हो जाएँगे, लेकिन जीवित रहते पुलिस बंदी नहीं बना सकती।

10. ऐसी जवानी किसी काम की नहीं जो अपनी मातृभूमि के काम न आ सके।

11. जब तक मेरे शरीर में प्राण है मैं अंग्रेजों की गुलामी नहीं करूंगा।

12. हवाई जहाज़ ज़मीन पर हमेशा सुरक्षित रहता है, लेकिन वो उसके लिए नहीं बना है. महान ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए जीवन में हमेशा कुछ सार्थक जोखिम उठाएं।

13. सच्चा धर्म वही है जो स्वतंत्रता को परम मूल्य की तरह स्थापित करें।

14. देश अगर हाथ जोड़ने से आजाद हो जाता तो यह जान लें भारत कभी गुलाम नहीं होता।

15. मेरा नाम ‘आजाद’ है, मेरे पिता का नाम ‘स्वतंत्रता’ है और मेरा निवास स्थान ‘जेल’ है।

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चंद्रशेखर आजाद एक उच्च विचारों वाले देशभक्त और स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन भारत की आजादी के लिए समर्पित कर दिया। वे आज भी युवाओं के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं। दोस्तों उम्मीद है यह लेख आपको पसंद आया हो, तो इसपर लाइक और कमेंट जरूर करें।
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Frequently Asked Questions (FAQs):
Q. चंद्रशेखर आजाद का नारा क्या है?
चंद्रशेखर आजाद का नारा हैं- “दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे। आज़ाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे।”
Q. चंद्रशेखर आजाद का प्रसिद्ध उद्धरण क्या है?
यह चंद्रशेखर आजाद का सबसे प्रसिद्ध उद्धरण हैं- “हवाई जहाज़ ज़मीन पर हमेशा सुरक्षित रहता है, लेकिन वो उसके लिए नहीं बना है. महान ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए जीवन में हमेशा कुछ सार्थक जोखिम उठाएं।”
Q. चंद्रशेखर आजाद का जन्म कब हुआ था?
चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 में अलीराजपुर के भंवरा गांव में हुआ था।
Q. चंद्रशेखर आजाद ने अपने देश के लिए क्या किया?
चंद्रशेखर आजाद ने भारत में स्वतंत्रता सेनानी के रूप में पूरे देश में आजादी की ज्वाला को जाग्रत किया था।