सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (मोर्थ) ने देशभर में एक लाख तीस हजार किमी लंबी एनएच की मॉनिटरिंग सैटेलाइट से कराने का फैसला लिया है।इसके लिए गुजरात के गांधीनगर स्थित भास्कराचार्य नेशनल इंस्टीच्यूट फॉर testosterone enanthate स्पेस एप्लीकेशन एंड जियो इन्फॉरमेटिक्स (बीआईएसएजी-एन) को जिम्मेदारी दी गई है।
मोर्थ ने सभी राज्यों के अपने रीजनल ऑफिस को 31 जुलाई तक तैयारी करने को कहा था, जो पूरा हो गया है। इस योजना से बिहार में पूर्ण व चल रही 51 योजनाओं की निगरानी सैटेलाइट के जरिये हो सकेगी। इसमें भागलपुर की चार पुल और सड़कें भी शामिल हैं।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (मोर्थ) के अधिकारियों ने बताया कि कोसी नदी पर फुलौत होते हुए बिहपुर से वीरपुर तक 1478.40 करोड़ से निर्मित होने वाली 28.92 किमी लंबे पुल व सड़क के अलावा भागलपुर में गंगा पर 1110.23 करोड़ से बनने वाली 4.46 किमी लंबी पुल व सड़क निर्माण, 477.54 करोड़ से मुंगेर-मिर्जाचौकी 50.88 किमी लंबी टू लेन एनएच 80 सड़क की मरम्मत और इसी योजना के 566.15 करोड़ से मरम्मत होने वाली जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक 57.26 किमी लंबी सड़क की योजना शामिल की गई है।