रक्षाबंधन 2025: तिथि, मुहूर्त, पूजा विधि और शुभ संकेत
📅 रक्षाबंधन 2025 कब है?
रक्षाबंधन 2025 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त, दोपहर 2:12 बजे से शुरू होकर 9 अगस्त दोपहर 1:24 बजे तक रहेगी, इसलिए उदया तिथि के अनुसार पर्व 9 अगस्त को होगा।

🕒 राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
- मुख्य उद्देश्य: सुबह 5:35 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक, यह वक्त पूरी तरह भद्रा मुक्त है और राखी बांधने के लिए सर्वाधिक शुभ माना जाता है
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 से 12:53 बजे तक → विशेष रूप से अत्यधिक शुभ समय
- भद्रा काल 8 अगस्त दोपहर 2:12 बजे से 9 अगस्त सुबह 1:52 बजे तक रहेगा, जिसमें कोई अशुभ प्रभाव नहीं है इसलिए 9 अगस्त को दिन भर राखी बांधना शुभ रहेगा
📖 पौराणिक कथाएँ: रक्षासूत्र का प्रतीक

- इंद्राणी ने इंद्रदेव को युद्ध में रक्षा हेतु धागा बांधा → विजय मिले।
- माँ लक्ष्मी ने राजा बलि की कलाई पर रक्षा सूत्र बाँधा, जिससे विष्णु लौटे।
- द्रौपदी ने श्रीकृष्ण की उंगली पर साड़ी का टुकड़ा बाँधा, जिसने उन्हें अपना भाई माना और उनकी रक्षा की प्रतिज्ञा की
🛕 पूजा विधि और थाली सामग्री

- पूजा सामग्री: राखी, कुमकुम, अक्षत (चावल), हल्दी, रोली, दीपक (घी-दीप), अगरबत्ती, फल, मिठाई, सुपारी, नारियल, उपहार, गंगाजल, लक्ष्मी-विष्णु चित्र/मूर्ति
- विधि:
- सुबह स्नान कर शुद्ध वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थल गंगाजल से शुद्ध करें।
- दीपक, अगरबत्ती जलाएं; लक्ष्मी एवं विष्णु की आरती करें।
- मंत्र जापः
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः
राखी बांधते समय:येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।
- मिठाई, उपहार देकर भाई की लंबी आयु व सुख की कामना करें
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💡 ध्यान देने योग्य बातें
- भद्रा काल से बचें — क्योंकि यह अशुभ माना जाता है। इस वर्ष भद्रा 9 अगस्त को समाप्त हो चुका है, इसलिए दिनभर शुभ समय है
- दाहिने हाथ में बांधें — यह शुभ क्रिया मानी जाती है क्योंकि हिंदू धर्मशास्त्रानुसार दाहिनी दिशा शुभ, पवित्र और सक्रियता का प्रतीक होती है
- शुद्धता बनाए रखें — स्नान, साफ़ कपड़े और सकारात्मक मानसिकता अनिवार्य हैं।
- शुभ रंगों का उपयोग करें — लाल, पीला, सफेद रंग शुभ माने जाते हैं; काले रंग से बचें।

🌟 रक्षाबंधन के लाभ
- भाई-बहन के रिश्तों में प्रेम, विश्वास व समर्थन और मजबूत होता है।
- माँ लक्ष्मी व भगवान विष्णु की कृपा से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
- परिवार में एकता और धर्म की अनुभूति होती है।
विषय | जानकारी |
---|---|
तिथि | 9 अगस्त 2025 (शनिवार) |
शुभ मुहूर्त | सुबह 5:35 – दोपहर 1:24, विशेष अभिजीत मुहूर्त 12:00–12:53 |
भद्रा काल | 8 अगस्त 2:12 PM से 9 अगस्त सुबह 1:52 AM तक |
पूजा सामग्री | राखी, कुमकुम, अक्षत, दीपक, मिठाई, फल, गंगाजल, उपहार |
मंत्र | “ॐ … वासुदेवाय नमः”, एवं रक्षा सूत्र मंत्र |
भावार्थ | प्रेम, रक्षा, परिवार की एकता, शांति और समृद्धि |
🌼 निष्कर्ष:
रक्षाबंधन 2025 इस बार 9 अगस्त को बड़े विश्वास और शुभ मुहूर्त सहित मनाया जा सकता है। सावन पूर्णिमा का यह पवित्र दिन, भद्रा मुक्त अवधि और कई शुभ योगों के साथ है, जिसने इसे और भी अधिक मंगलमय बना दिया है। पूरी पूजा विधि, मंत्र, और ध्यान‑राखने योग्य बिंदु अपनाकर आप इस त्योहार का आनन्द और आध्यात्मिक लाभ दोनों उठा सकते हैं।
रक्षाबंधन 2025 के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. रक्षाबंधन 2025 में कब है और कौन-सी तारीख को मनाया जाएगा?
उत्तर: रक्षाबंधन 2025 को 9 अगस्त (शनिवार) को मनाया जाएगा, क्योंकि श्रावण पूर्णिमा की उदया तिथि इसी दिन है।
2. राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 2025 में क्या है?
उत्तर: राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 9 अगस्त को सुबह 5:35 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक है। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:00 से 12:53 बजे तक विशेष रूप से शुभ माना गया है।
3. क्या रक्षाबंधन 2025 में भद्रा काल का असर होगा?
उत्तर: नहीं, रक्षाबंधन 2025 में भद्रा काल 9 अगस्त की सुबह 1:52 बजे समाप्त हो जाएगा, इसलिए दिनभर राखी बांधना शुभ रहेगा।
4. रक्षाबंधन के दिन कौन सा मंत्र बोलना चाहिए राखी बांधते समय?
उत्तर: राखी बांधते समय यह मंत्र बोला जाता है:
“येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।”
5. रक्षाबंधन की पूजा में किन चीजों का उपयोग किया जाता है?
उत्तर: पूजा में उपयोग होने वाली मुख्य सामग्री हैं: राखी, कुमकुम, अक्षत (चावल), रोली, दीपक, अगरबत्ती, मिठाई, फल, गंगाजल, सुपारी, नारियल और भगवान लक्ष्मी-विष्णु की मूर्ति या चित्र।