21 प्रेरणादायक अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस उद्धरण और संदेश
21 प्रेरणादायक अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस उद्धरण और संदेश
21 सितंबर को वर्ष 1981 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के रूप में मनाया गया था, और इसके बाद से हर साल यह दिन विशेष रूप से शांति के सन्देश को प्रमोट करने के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का मतलब है कि हमें एक ऐसी दुनिया की ओर प्रयासरत होना चाहिए जो विश्वशांति की ओर बढ़ रही है।
इस अंतरराष्ट्रीय दिन के अवसर पर हम एक साथ मिलकर शांति, सौहार्द, और समरसता की बजाय, हिंसा, आतंकवाद, और संघर्ष के विरुद्ध खड़े होने की बजाय, एक सशक्त और शांतिपूर्ण दुनिया की दिशा में प्रयास करते हैं।
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इस दिन के मौके पर, हम ये 21 आत्मा स्पर्शी उपदेश सोच सकते हैं, जो हमें शांति की ओर आग्रहित करते हैं:
1. “शांति केवल एक शब्द नहीं है, यह एक जीवनशैली है।” – महात्मा गांधी

2. “आपका विचार आपके शब्दों से बदलता है, और आपके शब्द आपके कार्यों से बदलते हैं।” – थिच न्हात हन

3. “यदि आप शांति चाहते हैं, तो उसमें योगदान करें।” – दालाई लामा

4. “शांति केवल अभाव नहीं है, यह एक कार्रवाई है।” – बेटी विल्सन

5. “हमें एक-दूसरे के साथ एक समझदार तरीके से बात करने की कला सीखनी चाहिए।” – माहात्मा गांधी

6. “अगर हम शांति की ओर बढ़ना चाहते हैं, तो हमें अपने दुश्मनों को भी मानव रूप में देखना होगा।” – डेलाइ लामा

7. “शांति की शुरुआत आपके घर से होती है।” – मदर टेरेसा

8. “आत्म-संयम और ध्यान के माध्यम से ही हम आंतरिक शांति पा सकते हैं।” – दादी जंकी

9. “शांति केवल एक अवस्था नहीं है, यह एक मानसिकता है।” – डेलाइ लामा

10. “जितना हम अपने अंदर के द्वेष को कम करते हैं, उतनी ही अधिक शांति हम पाते हैं।” – डलाई लामा

11. “व्यक्तिगत बदलाव से ही समाज में बदलाव हो सकता है।” – महात्मा गांधी

12. “यदि हम शांति की ओर जाना चाहते हैं, तो हमें अपने साथी मनुष्यों के साथ बेहतर रिश्तों की ओर कदम बढ़ाना होगा।” – दालाई लामा

13. “शांति दुनिया की अद्वितीय आर्थिक मूल्य है।” – महात्मा गांधी

14. “शांति का अर्थ है समरसता, सौहार्द, और संगठन।” – नेल्सन मंडेला
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15. “हमें अपने दुखों के बावजूद भी दुनिया के लिए शांति की ओर कदम बढ़ाना चाहिए।” – मादर टेरेसा

16. “शांति और आत्मा-समर्पण में ही वास्तविक शक्ति होती है।” – डेलाई लामा

17. “शांति के लिए हमें समझदारी और धैर्य की आवश्यकता होती है।” – महात्मा गांधी

18. “शांति का मतलब है सभी के साथ एक बराबरी और न्याय।” – नेल्सन मंडेला

19. “जब हम शांति की ओर कदम बढ़ाते हैं, तो हम सभी को फायदा होता है।” – दलाई लामा

20. “शांति का मतलब है समर्पण और सहयोग।” – मादर टेरेसा

21. “हमारे समय की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता शांति की है, और यह सभी की जिम्मेदारी है।” – दलाई लामा

इन आत्मा स्पर्शी उपदेशों से हमें यह सिखने को मिलता है कि शांति केवल एक दिन की घटना नहीं हो सकती, बल्कि यह एक जीवनशैली है और हम सभी की जिम्मेदारी है। इस अंतरराष्ट्रीय दिन को मनाकर, हम एक समरसता और प्रेम भरा समाज बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हैं, जिससे शांति का सपना हकीकत बन सकता है।
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FAQ:
हम अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस क्यों मनाते हैं?
हर साल 21 सितंबर को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस (आईडीपी) मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इसे 24 घंटे अहिंसा और संघर्ष विराम के पालन के माध्यम से शांति के आदर्शों को मजबूत करने के लिए समर्पित दिन घोषित किया है। हमारे विश्व को शांति की इतनी अधिक आवश्यकता कभी नहीं रही।
विश्व शांति में महत्वपूर्ण योगदान किसका है?
विश्व में शांति स्थापित करने में संयुक्त राष्ट्र संघ का अहम योगदान है।
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