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आचार्य विनोबा भावे के 11 प्रेरणादायक उद्धरण

आचार्य विनोबा भावे के 11 प्रेरणादायक उद्धरण

आचार्य विनोबा भावे के 11 प्रेरणादायक उद्धरण

आचार्य विनोबा भावे के 11 प्रेरणादायक उद्धरण!

आचार्य विनोबा भावे, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान महात्मा गांधी के अग्रदूत और सात्याग्रह के प्रणेता थे। वे एक आदर्श संन्यासी और समाज सुधारक थे, जिन्होंने अपने जीवन को भारतीय समाज को उत्तराधिकारी और सशक्त बनाने के लिए समर्पित किया। यहां हम आचार्य विनोबा भावे के 11 प्रेरणास्पद उद्धरण प्रस्तुत कर रहे हैं:

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आचार्य विनोबा भावे के उद्धरण बताते हैं कि सत्य, सेवा, और स्वतंत्रता का मार्ग हमें समृद्धि और आदर्श जीवन की ओर ले जाता है। उनके विचार हमें समाज में सुधार और समृद्धि की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं।

FAQ

विनोबा भावे क्यों प्रसिद्ध है?

भावे भूदान यज्ञ (“भूमि-उपहार आंदोलन”) के संस्थापक थे। एक उच्च जाति के ब्राह्मण परिवार में जन्मे, उन्होंने 1916 में अहमदाबाद के पास साबरमती में गांधी के आश्रम (तपस्वी समुदाय) में शामिल होने के लिए अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई छोड़ दी। गांधी की शिक्षाओं ने भावे को भारतीय ग्रामीण जीवन को बेहतर बनाने के लिए समर्पित तपस्यापूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।

विनोबा के आंदोलन का क्या नाम था?

भूदान आन्दोलन सन्त विनोबा भावे द्वारा सन् 1951 में आरम्भ किया गया था। यह स्वैच्छिक भूमि सुधार आन्दोलन था।

भूदान आंदोलन का मुख्य उद्देश्य क्या है?

उनका उद्देश्य धनी ज़मींदारों को भूमिहीन किसानों को अपनी भूमि का एक हिस्सा दान करने के लिये राजी करना था। जब भावे ने गाँव-गाँव घूमकर ज़मींदारों से अपनी ज़मीन दान करने का अनुरोध किया तो आंदोलन को गति मिली।

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