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अक्षरधाम मंदिर:जयपुर में स्थित मंदिर से जुड़ी हुई हैं ये रोचक बातें

जयपुर में स्थित स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण केंद्र है। अक्षरधाम मंदिर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिर परिसर के रूप में भी दर्ज है।

स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर अपनी सुंदर वास्तुकला और शानदार मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है। जयपुर में अक्षरधाम मंदिर पर्यटकों का एक लोकप्रिय स्थान है। यह मंदिर स्वामीनारायण को समर्पित है। स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिर परिसर के रूप में भी दर्ज है।

सांस्कृतिक विरासत है यह मंदिर 

इस मंदिर में कई सुंदर मूर्तियां, दीवारों पर नक्काशी और मंदिर के बाहरी हिस्सों में विशाल पेंटिग हैं। सिर्फ यही नहीं,अक्षरधाम मंदिर भारतीय वास्तुकला, सांस्कृतिक विरासत और हिंदू देवताओं की मूर्तियों की वास्तविक झलक प्रदान करता है। हर साल लाखों भक्त इस मंदिर में भगवान नारायण के दर्शन करने आते हैं। यह मंदिर हरे-भरे पेड़ों और झरनों से घिरा हुआ है। 

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कब बना था यह मंदिर? 

भगवान नारायण को समर्पित मंदिर 19वीं और 20वीं शताब्दी के बीच बनाया गया था। जयपुर में वैसे तो कई धार्मिक स्थल हैं, लेकिन जो सुंदरता इस मंदिर की है वह बहुत खास है। भगवान नारायण का यह मंदिर उन सभी लोगों में एक भक्ति भावना पैदा करता है जो इसके पवित्र परिसर में आते हैं।(वाराणसी के काल भैरव मंदिर के बारे)

इस मंदिर में भगवान विष्णु की मूर्ति को सोने और चांदी के गहनों से सजाया गया है। यह मंदिर भक्ति, पवित्रता और शांति के साथ-साथ सनातन धर्म को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है। मंदिर के गर्भगृह में आप स्वामीनारायण की मूर्ति के दर्शन कर सकती हैं। यहां पर एक स्थान ऐसा भी है जहां स्वामीनारायण की मूर्ति के साथ उनके भक्तों को दर्शाया गया है। 

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बेहद खास है यह मंदिर

इस मंदिर में परिक्रमा पथ, यज्ञपुरुष कुण्ड, स्वागत कक्ष और और खूबसूरत बगीचे भी हैं जो दिखने में बहुत सुंदर हैं। जयपुर में स्थित अक्षरधाम मंदिर की वास्तुकला अद्भुत है, क्योंकि इस मंदिर का निर्माण भारतीय वास्तु शास्त्र और पंचरात्र शास्त्र के अनुसार किया गया है।‌ इस मंदिर में कई गुंबद हैं जिनमें साधुओं और आचार्यों के साथ ही देवताओं की मूर्तियां भी हैं।

Bright light with trees - a nature scenery

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