हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को बहुत पवित्र माना जाता है और इसके कई फायदे बताए जाते हैं। शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के साथ ये मानसिक शक्ति प्रदान करने में भी मदद करता है।

ज्योतिष शास्त्र में रुद्राक्ष धारण करना बहुत शुभ माना जाता है और इसके कई लाभ भी हैं। ऐसा माना जाता है कि यदि आप रुद्राक्ष को गले या हाथ में धारण करती हैं तो आपके जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहती है।रुद्राक्ष को जहां धारण करना बहुत शुभ माना जाता है, वहीं ऐसा भी कहा जाता है कि कुछ लोगों को रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। दरअसल ये रुद्राक्ष धारण करने के नियमों से ही जुड़ा हुआ है।
कुछ ज्योतिष कारणों और नियमों की वजह कई बार आपको रुद्राक्ष न धारण करने की सलाह दी जाती है। आपको इसे धारण करते समय यह याद रखना आवश्यक है कि रुद्राक्ष का प्रभाव किसी भी व्यक्ति के विशिष्ट ज्योतिषीय चार्ट और ग्रहों की स्थिति के आधार पर भिन्न हो सकता है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें किन लोगों को रुद्राक्ष नहीं धारण करना चाहिए।
किन लोगों को रुद्राक्ष नहीं धारण करना चाहिए

ऐसा माना जाता है कि जो लोग वैदिक परम्पराओं का पालन नहीं करते हैं उन्हें रुद्राक्ष नहीं धारण करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष कभी भी फैशन का हिस्सा मानकर नहीं धारण करना चाहिए, बल्कि इसे तभी पहनना चाहिए जब आप सही मायने में ईश्वर पर भरोसा करते हैं और रुद्राक्ष के नियमों का पालन करने में सक्षम हों। यदि आप परम्पराओं के खिलाफ हैं तो रुद्राक्ष धारण करने से बचें।
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कुंडली में ग्रहों की स्थिति ठीक नहीं है तो न धारण करें रुद्राक्ष
ऐसा माना जाता है यदि आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति ठीक नहीं है तो आप रुद्राक्ष बिना ज्योतिष की सलाह के न धारण करें। दरअसल हर एक राशि और हर ग्रह के लिए अलग तरह के रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है। गलत रुद्राक्ष धारण करने से आपके जीवन में नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं। कुछ स्वास्थ्य परिस्थितियों में भी रुद्राक्ष न धारण करने की सलाह दी जाती है।
गर्भावस्था में नहीं धारण करना चाहिए रुद्राक्ष

ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष (रुद्राक्ष पहनने के फायदे) से शरीर में अत्यंत तीव्र ऊर्जा का प्रवाह होता है, लेकिन यदि आप इसे गर्भावस्था के दौरान धारण करती हैं तो ऊर्जा का संतुलन बनाए रखने के लिए रुद्राक्ष न धारण करने की सलाह दी जाती है। बहुत छोटे बच्चों को भी रुद्राक्ष न धारण करने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि बहुत छोटे बच्चे रुद्राक्ष के नियमों का पालन करने में असमर्थ होते हैं।
मांस-मदिरा का सेवन करने वाले को नहीं धारण चाहिए रुद्राक्ष
यदि आप या आपके घर में कोई अन्य व्यक्ति मांस-मदिरा का सेवन करता है तो उस घर में किसी को भी रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। खासतौर पर उस व्यक्ति को बिलकुल भी रुद्राक्ष नहीं धारण करना चाहिए जो तामसिक भोजन का सेवन करता है। इससे शरीर पर रुद्राक्ष के दुष्प्रभाव नहीं होते हैं। जिन लोगों को ईश्वर और खुद पर विश्वास नहीं है उन्हें भी रुद्राक्ष नहीं धारण करना चाहिए।
शव यात्रा पर जाते समय नहीं धारण करना चाहिए रुद्राक्ष

ऐसा माना जाता है कि यदि आप रुद्राक्ष धारण करते हैं तो इसे किसी भी शव यात्रा पर जाते समय धारण नहीं करना चाहिए। दरअसल भगवान शिव को सृष्टि के संहारक के रूप में भी देखा जाता है आठ उनके इस प्रतीक को शव यात्रा के दौरान पहनने की मनाही होती है। इसके साथ ही आपको बाथरूम में भी इसे धारण करके नहीं जाना चाहिए। इसे साफ़ और स्वच्छ तन और मन से ही धारण करने की सलाह दी जाती है।
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नवजात शिशु की मां को नहीं धारण करना चाहिए रुद्राक्ष
ज्योतिष में ऐसा कहा जाता है कि यदि घर में बच्चे का जन्म हुआ है तो शिशु की मां को रुद्राक्ष धारण करने से मना किया जाता है। क्योंकि ये समय सोबड का होता है और इस समय माता को शुद्ध नहीं माना जाता है। इसके अलावा महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान भी इसे धारण ाकरने से मन किया जाता है।
यदि आप रुद्राक्ष को किसी भी रूप में धारण करते हैं तो इसके नियमों का पालन करना जरूरी माना जाता है, जिससे इसके शुभ फल मिल सकें। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें UPRISING BIHAR से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।